• निखिल सोनी, आठनेर
कोई हादसा हो जाए तो कम से कम उससे सबक लेकर ही व्यवस्था बना दी जाती है। लेकिन बैतूल जिले के आठनेर ब्लॉक में इसके ठीक उलट हो रहा है। ब्लॉक के मांडवी गांव में कुछ दिन पहले नाले में बहने से एक युवक की मौत हो गई थी। इसके बावजूद वहां कोई व्यवस्था नहीं की गई है। ऐसे में एक सैकड़ा से ज्यादा स्कूली बच्चे अभी भी रोजाना वहां से खतरे उठा कर निकल रहे हैं। ऐसे में यहां फिर कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
इस बारिश के मौसम में जिले के 10 लोग जिले में या जिले के बाहर बाढ़ में बहने की घटना का शिकार हो चुके हैं। कुछ दिन पूर्व मांडवी का एक 35 वर्षीय व्यापारी भी बाइक फिसलने से इस नाले पर बन रही पुलिया के पास बह चुका है। जिससे उसकी मौत हो चुकी है। इस हादसे से ऐसा लग रहा था कि यहां सुरक्षित आवाजाही के लिए कोई व्यवस्था की जाएगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। मांडवी गांव की रामपुरा बस्ती की इस निर्माणाधीन पुलिया पर आज भी स्थिति यथावत है। देखें वीडियो…
इस निर्माणाधीन पुलिया के बगल में नाले में उतरकर रोज छोटे-छोटे करीब एक सैकड़ा बच्चों को स्कूल जाना होता है। ऐसे में थोड़ी भी बारिश होने पर यह नाला बच्चों के जीवन के लिए एक बड़ा खतरा बन सकता है। इसकी चिंता ना तो प्रशासन या जनपद के अफसरों को है और न ही पंचायत को। बताया जाता है कि ठेकेदार ने जो कामचलाऊ एप्रोच रोड बनाई थी वह बह चुकी है।
व्यापारी के बहने के हादसे के बाद भी आज तक एप्रोच रोड दुरुस्त नहीं कराया गया है। यही नहीं ठेकेदार को काम शुरू करने की हिदायत ही विभाग द्वारा दी जा रही है। बताया जाता है कि पुलिया का काम दो सालों से चल रहा है। इसके बाद भी आज तक पूरा नहीं किया गया।
काफी समय से तो यह काम भी बंद पड़ा है। इससे ग्रामीणों को भारी मुसीबत उठाना पड़ रहा है। यहां से चारपहिया तो दूर, दोपहिया वाहन तक नहीं निकल पा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि एप्रोच रोड ठीक होती तो उक्त व्यापारी की भी बहने से मौत नहीं होती।
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