भूमि विक्रय संबंधित हुई धोखाधड़ी के मामले में मुलताई ब्लॉक के ग्राम ताईखेड़ा निवासी युवक ने गुरुवार को जिला मुख्यालय पहुंचकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। इसमें युवक ने 24 मार्च से अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन की अनुमति दिए जाने की मांग की है।
कलेक्टर को सौंपे ज्ञापन में विजय धाकड़ ने बताया कि भूमि विक्रय के मामले में उनके साथ धोखाधड़ी हुई है। जिसकी शिकायत उन्होंने कई बार प्रशासन से की। शिकायत के बावजूद आज तक पुलिस ने भूमि खरीददार राजेंद्र माकोड़े और शिवरति बाई को आरोपी नहीं बनाया है। जबकि पुलिस ने उनकी मां और भाई को ही आरोपी बना दिया। पुलिस की यह कार्रवाई कई संदेह को जन्म देती है।
विजय ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि खरीददार राजेंद्र माकोड़े और शिवरति बाई को आरोपी बनाया जाए, परिवार के सदस्य मां सावित्री बाई एवं भाई राजू धाकड़ पर दर्ज एफआईआर को वापस लिया जाए, भूमि का संशोधन वर्ष 2004-05 को यथावत किया जाए एवं भूमि का कब्जा पिता तिलकचंद धाकड़ को दिलाया जाएं। मांग पूरी नहीं होने के चलते विजय ने बताया कि वह अपने परिवार सहित 24 मार्च से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठेंगे।
यह है मामला
तिलकचंद धाकड़ का आरोप है कि उनके रिश्तेदार शिवरति बाई और राजेंद्र माकोड़े ने ठेकानामा बनाने की आड़ में उनके परिवार वालों से कई कागजों पर दस्तखत करवाए थे। इसके बाद 11 दिसंबर 2004 को किए गए नामांतरण में उन्हें मृत घोषित कर दिया। साथ ही उनके नाम से गांव देवभिलाई में 2.732 हेक्टेयर जमीन है, जिसकी फर्जी तरीके से रजिस्ट्री भी करवा ली गई। पीड़ित ने धोखाधड़ी में पटवारी और आरआई की भी खास भूमिका रहने का आरोप लगाया। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन से लेकर कलेक्टर तक मामले की शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।