सिंचाई के लिए बिजली कंपनी द्वारा बिजली सप्लाई हेतु किए गए समय से जिले भर के किसान बुरी तरह हलाकान हैं। यही कारण है कि आए दिन जिले में विभिन्न स्थानों पर किसान बिजली दफ्तरों पर प्रदर्शन और नारेबाजी करने को मजबूर हो रहे हैं। अभी तक किसी संगठन ने इस मुद्दे को लेकर आवाज नहीं उठाई थी, लेकिन आखिरकार कल भारतीय किसान संघ मध्य भारत प्रांत ने यह मुद्दा उठाते हुए बिजली कंपनी के एजीएम विनोद बागड़े को ज्ञापन सौंप कर व्यवस्था में तुरंत बदलाव करने की मांग की है। साथ ही चेतावनी भी दी है कि शेड्यूल नहीं बदला तो संघ द्वारा चक्काजाम व धरना प्रदर्शन किया जाएगा। अब यह देखना होगा कि हालात और शेड्यूल बदलते हैं या नहीं या फिर किसान संघ को सड़क पर उतरना होगा। दूसरी तरफ लोगों को इस बात को लेकर भी आश्चर्य बना है कि खुद को किसानों का झंडाबरदार बताने वाली किसान कांग्रेस और भाजपा किसान मोर्चा इस मुद्दे को लेकर मौन क्यों साधे हैं।
उल्लेखनीय है कि कल किसान संघ के अध्यक्ष अशोक मलैया एवं अन्य पदाधिकारियों के द्वारा बिजली के शेड्यूल को लेकर ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में बताया गया है कि बिजली विभाग द्वारा रबी सीजन की फसलों की बुआई हेतु वर्तमान में दो समूहों में अ और ब बनाकर दिन में 4 घंटे और रात्रि में 6 घंटे तीन फेस में 15-15 दिनों की समयावधि तय कर बिजली प्रदाय की जा रही है। इससे किसानों को अपने खेलों की सिचाई रात्रि में करने में दिक्कत हो रही है।
वर्तमान में अ समूह में शामिल किसानों को दिन में सुबह 10:30 बजे से शाम 4:30 बजे तक 6 घंटे और इसी ग्रुप को रात्रि 12:30 से सुबह 4:30 बजे तक 4 घंटे इसी प्रकार ब समूह में शामिल किसानों को शाम 4:30 बजे से रात 10:30 बजे तक 6 घंटे एवं सुबह 4:30 बजे से सुबह 8:30 बजे तक 4 घंटे कुल 10 घंटे तीन फेस में बिजली दी जा रही है। विभाग द्वारा बिजली प्रदाय के बनाए गये दोनों शेड्यूल से किसानों को रतजगा करने जैसी समस्या उत्पन्न हो रही है और दोनों समूहों के किसान परेशान हैं। किसान मांग कर रहे हैं कि उन्हें पुराने शेड्यूल के अनुसार ही दिन में 5 घंटे और रात में 4 घंटे बिजली प्रदाय की जाएं।
किसानों ने मांग की है कि पहले ग्रुप को सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक एवं दूसरे ग्रुप को दोपहर 12 बजे से शाम 6 बजे तक की समयावधि में दोनों ग्रुपों को 6-6 घंटे दिन में और फिर रात्रि में पहले ग्रुप को रात 10 बजे से रात 2 बजे तक एवं दूसरे ग्रुप को रात 2 बजे से सुबह 6 बजे तक की समयावधि में दोनों ग्रुपों को 4-4 घंटे तीन फेस में पुराने शेड्यूल अनुसार ही बिजली प्रदाय की जाए, जिससे किसी को कोई परेशानी नहीं होगी।
संघ ने निवेदन किया है कि किसानों की व्यस्तता को देखते हुये शेडयूल तुरंत चेंज किया जाये नहीं तो किसान सड़क पर चक्काजाम व धरना प्रदर्शन करने पर मजबूर होंगे।