नरखेड़ और मौड़ीढाना में हुए हादसों के बाद जब परिवहन विभाग ने चेकिंग अभियान शुरू किया तो कई खामियां सामने आ रही है। यहां तक कि बगैर बीमा और फिटनेस के ही बसें सड़कों पर दौड़कर यात्रियों और आम लोगों का जीवन खतरे में डाल रही थी। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि बस संचालकों को विभाग की जैसे खुली छूट थी। यदि यह हादसे नहीं होते तो शायद अभी भी विभाग बसों की जांच-पड़ताल की जहमत नहीं उठाता।
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जिला परिवहन अधिकारी रंजना सिंह कुशवाहा द्वारा शनिवार को विशेष चेकिंग अभियान के तहत सवारी वाहनों की चेकिंग की गई। इस दौरान 25 यात्री बसें चेक की गई। इनमें से सात बसों के विरुद्ध चालानी कार्रवाई करते हुए 21 हजार रुपए शमन शुल्क वसूल किया गया। साथ ही बीमा एवं फिटनेस प्रमाण पत्र के बिना पाए जाने पर एक बस जब्त की गई है।
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जिला परिवहन अधिकारी ने बताया कि यह अभियान निरंतर जारी रहेगा। उन्होंने वाहन चालकों से वाहन के साथ आवश्यक वैध दस्तावेज- परमिट, फिटनेस प्रमाण पत्र, बीमा प्रमाण-पत्र, पीयूसी, पंजीयन प्रमाण पत्र, चालक लाइसेंस साथ में रखने की अपील की है।