• प्रकाश सराठे, रानीपुर
पंचायत चुनाव की सरगर्मी के साथ ही आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है। इसी कड़ी में घोड़ाडोंगरी तहसील की पांढरा ग्राम पंचायत के पूर्व सरपंच कमलसिंह मर्सकोले ने जनपद पंचायत घोड़ाडोंगरी के सीईओ प्रवीण कुमार इवने पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने सीईओ पर आरोप लगाया कि वे (सीईओ) उन (पूर्व सरपंच) पर जयस संगठन से पंचायत चुनाव लड़ने का दबाव बना रहे हैं। इधर जनपद सीईओ ने इस आरोप से साफ इंकार किया है।
पूर्व सरपंच कमलसिंह मर्सकोले ने बताया कि मैं त्रि-स्तरीय पंचायत निर्वाचन में ग्राम पंचायत पांढरा से सरपंच पद का उम्मीदवार हूँ। मुझे जनपद पंचायत घोड़ाडोंगरी में पदस्थ मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रवीण कुमार इवने द्वारा जयस संगठन में शामिल होकर सरपंच चुनाव लड़ने के लिये दबाव बनाया जा रहा है।
मेरे द्वारा जयस में शामिल होकर चुनाव लड़ने से इंकार किया गया। इस पर सीईओ द्वारा आचार संहिता अवधि के दौरान झूठी वसूली का प्रकरण बनाकर मेरा नामाकंन पत्र निरस्त कराने की धमकी दी गई। जनपद सीईओ द्वारा जयस संगठन समर्पित सरपंच पद के उम्मीदवार अनिल सलाम एवं उनके अन्य सहयोगी कार्यकर्ताओं के माध्यम से मेरी जनसुनवाई में झूठी शिकायत कराकर आचार संहिता लगने के तुरन्त बाद ही 31.05.2022 से जांच प्रारंभ करा दी गई।
साथ ही प्रतिदिन सोशल मीडिया एवं समाचार पत्रों में मेरी झूठी खबर प्रकाशित कराकर मेरी छवि धूमिल की जा रही है। सीईओ द्वारा जयस संगठन को सशक्त व मजबूत करने के लिये लोगों को बहला-फुसलाकर शामिल करने के उद्देश्य से सामाजिक बैठक आयोजित की जाती है। मुझे बैठक में आने के लिये मजबूर किया जाता है तथा मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है। देखें वीडियो… 👇
मैं क्यों दबाव बनाऊंगा? मैं एक शासकीय अधिकारी हूं। वर्तमान में आचार संहिता भी लगी है। मुझे आचार संहिता का भली-भांति ज्ञान है। में उन पर क्यों दबाव बनाऊंगा। कलेक्टर साहब के पास ग्राम पंचायत की एक शिकायत हुई थी। जिसकी जांच दल जांच कर रहा है।
प्रवीण कुमार इवने
सीईओ, जनपद पंचायत, घोड़ाडोंगरी