▪️ दीनू पंवार, साईंखेड़ा
crack in pond wall : बैतूल जिले में इस साल हो रही भारी बारिश (Heavy rain) से जल संरचनाओं को खासा नुकसान (Major damage to water structures) पहुंच रहा है। एक ओर जहां बीते साल बनाए गए कई अमृत सरोवरों (amrit sarovar) की गुणवत्ता की पोल इस बारिश ने खोल दी वहीं कई पुरानी जल संरचनाएं भी अब प्रभावित हो रही है। साईंखेड़ा में स्थित बरसों पुराने पंचायती तालाब से भी अत्यधिक पानी के संग्रहण के चलते रिसाव हो रहा है। इससे ग्रामीणों में खासी दहशत है। इधर जिले में लगातार बारिश चालू है। भारी बारिश के चलते पारसडोह डैम के 2 गेट फिर खोलने पड़े हैं।
गौरतलब है कि इस साल जिले भर में भारी बारिश हो रही है। जिले भर में 4 महीनों में होने वाली बारिश का कोटा 2 महीने से भी कम समय में पूरा हो चुका है। इसके बाद भी भारी बारिश का दौर जारी है। अत्यधिक बारिश से जिले के सभी डैम लबालब हो चुके हैं। तालाब, डैम, परकोलेशन टैंक आदि में भारी मात्रा में जल संग्रहित हो जाने से कई तालाब और टैंक फूट भी चुके हैं। अभी तक नए अमृत सरोवर और टैंक जरुर फूट रहे थे, लेकिन अब पुराने तालाबों पर भी भारी बारिश का असर नजर आने लगा है।
यह असर साईंखेड़ा में स्थित बरसों पुराने तालाब पर भी साफ दिख रहा है। इस तालाब में अत्यधिक पानी जमा हो जाने के कारण तालाब की पिछली दीवार (जिसे धड़ी दीवार कहते हैं) में दरार आ गई है। इस दरार से पानी का रिसाव हो रहा है। ग्रामीणों के अनुसार पिछले 4-5 दिनों से तालाब की दीवार से रिसाव हो रहा है। इसके बावजूद अभी तक इसका सुधार नहीं किया गया है। इससे ग्रामीणों में खासी दहशत देखी जा रही है।
मवेशियों के लिए नहीं रहेगा पानी
ग्रामीणों के अनुसार गांव का यह एकमात्र तालाब है। इसी तालाब के पानी से मवेशी अपनी प्यास बुझाते हैं। इसके साथ ही महिलाएं भी कपड़े वगैरह धोने के लिए यहीं आती है। यदि तालाब फूटता है तो इसमें जमा सारा पानी बह जाएगा। ऐसे में जहां मवेशियों को पानी तक नसीब नहीं होगा वहीं निस्तार के पानी की भी दिक्कत हो जाएगी। यही नहीं तालाब फूटने पर नीचे की ओर स्थित खेतों की सारी फसल बह जाएगी। किसानों को भारी नुकसान उठाना होगा। यही कारण है कि किसानों ने जल्द इसका सुधार किए जाने की मांग की है।
जिले में अभी तक इतनी हुई बारिश
rain continues in betul : इधर जिले में लगातार बारिश का दौर जारी है। रविवार सुबह 8 बजे तक पिछले 24 घंटे में 21 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। अभी तक 1259.9 मिलीमीटर बारिश जिले में हो चुकी है। सबसे ज्यादा 1713.5 मिलीमीटर बारिश घोड़ाडोंगरी ब्लॉक में हुई है। इसके अलावा बैतूल में 1055.8, चिचोली में 1341.7, शाहपुर में 1384.5, मुलताई में 1191.2, प्रभातपट्टन में 1140.4, आमला में 1049, भैंसदेही में 1435, आठनेर में 903.1 और भीमपुर में 1489 मिलीमीटर बारिश हुई है। बीते साल आज तक की स्थिति में 725.5 मिलीमीटर बारिश हुई थी। जिले की औसत सामान्य वर्षा 1083.9 मिलीमीटर है।
पारसडोह डैम के दो गेट खोले गए
लगातार भारी बारिश के चलते जिले के सभी डैम पहले ही लबालब हो चुके हैं। डैमों की सुरक्षा के मद्देनजर इनका जल स्तर मेंटेन रखने इनके गेट खोलकर लगातार पानी छोड़ना पड़ रहा है। आठनेर से निखिल सोनी ने बताया कि पारसडोह डैम (Parasdoh Dam) के गेट भी इस साल निरंतर खोले जा रहे हैं। रविवार को भी इसके 2 गेट खोले गए हैं। बताया जाता है कि इसके 2 गेट 0.50 मीटर खोले गए हैं। फिलहाल डैम से 134 क्यूमैक्स पानी छोड़ा जा रहा है। देखें वीडियो…