बैतूल के घोड़ाडोंगरी ब्लॉक में डुलारा के ग्रामीणों के साथ सीएम के कार्यक्रम के बहाने बड़ी धोखाधड़ी कर ली गई। एक ओर ग्रामीणों को 12 फरवरी को सीएम के कार्यक्रम में बैतूल लाया गया। वहीं दूसरी ओर बिजली कंपनी ने ट्रांसफार्मर से इस गांव की ही बिजली काट दी। इससे ग्रामीण बेहद खफा हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि विगत 12 फरवरी को गांव के अधिकांश लोगों को बस से सरपंच-सचिव द्वारा मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में बैतूल मुख्यालय पर ले जाया गया था। उसी दोपहर में विद्युत केंद्र घोड़ाडोंगरी के कर्मचारी गांव पहुंचे और पूरे गांव की बिजली ट्रांसफार्मर से काट दी। इसके चलते गांव में घरेलू बिजली की सप्लाई 11 दिनों से बंद है। इसका कोई उचित कारण भी नहीं है। गांव के अधिकांश लोग बिजली बिल भरते हैं।
इसके बावजूद पूरे गांव की बिजली काट दिए जाने से ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अभी बोर्ड परीक्षा चल रही है। इससे 10 वीं, 12 वीं के छात्र-छात्राओं को बहुत ज्यादा समस्या हो रही है। ग्रामीण तेज बहादुर, दमसिंह, सुंदर पटेल, संतरी बाई का कहना है कि अंधेरा होने के कारण पूरे गांव में सांप-बिच्छू का भय बना हुआ है।
काली बाई, संगीता, नतू, नरबदी रामदास, योगेश, किशोर, परेश बताते हैं कि आज गांव के लोग अभियंता को ज्ञापन देने गए थे, लेकिन कार्यालय में कोई अधिकारी नहीं मिला। इस पर मीटर रीडर को ही ज्ञापन देकर अपनी समस्या बताई है।
ग्रामीणों का साफ कहना है कि यदि उनकी समस्या का हल नहीं होता है और पूरे गांव में बिजली की सप्लाई शुरू नहीं होती है तो सभी ग्रामीण कलेक्टर की जनसुनवाई में जाएंगे और शिकायत करेंगे। ग्रामीणों ने बैठक करके इस संबंध में भी रणनीति बना ली है।