17 साल पहले जिसे दस्तावेजों में मृत घोषित किया जा चुका था वह खुद को जिंदा साबित करने के लिए दर-दर भटक रहा था। उस किसान ने जब बैतूल में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में हंगामा किया तो नाकारा सिस्टम की नींद खुली। आखिर दस्तावेजों में जिंदा व्यक्ति को मृत बताने वाले दो पटवारियों समेत चार लोगाें के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है।
दरअसल मुलताई तहसील के ग्राम ताईखेड़ा निवासी तिलकचंद धाकड़ उम्र 70 वर्ष को राजस्व विभाग ने दस्तावेजों में मृत घोषित करते हुए उसकी भूमि पर फौती दर्ज कर नामांतरण कर डाला था। 70 साल के तिलकचंद धाकड़ का आरोप है कि उनके रिश्तेदार शिवरति और राजेंद्र ने ठेकानामा बनाने की आड़ में उनके परिवार वालों से कई कागजों पर दस्तखत करवाए थे।
इसके बाद किए गए नामांतरण में उन्हें मृत घोषित कर दिया। साथ ही उनके नाम से गांव देवभिलाई में 2.732 हेक्टेयर जमीन है, जिसकी फर्जी तरीके से रजिस्ट्री भी करवा ली गई।
यहां पढ़ें हंगामे की खबर… सीएम की सभा में ग्रामीण ने मचाया हंगामा, आत्महत्या की दी चेतावनी
पीड़ित ने धोखाधड़ी करने वाले पटवारी हरिदास क्षीर सागर और एक अन्य पटवारी पर उसे मृत घोषित करने का दोषी बताते हुए सीएम हेल्पलाइन से लेकर प्रशासन के हर दरवाजे पर पहुंचकर शिकायत की। लेकिन कुछ नहीं किया जा सका।
शनिवार को जब मुख्यमंत्री बैतूल में किसानों को बीमा राशि प्रदान करने के लिए आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे तो वहां पर तिलकचंद अपने पुत्र विजय के साथ आया और मुख्यमंत्री से शिकायत करने के लिए जाने पर हंगामा कर दिया।
इस हंगामे के बाद पुलिस ने पिता-पुत्र को सीएम से मिलने नहीं दिया और कार्यक्रम स्थल से दोनों को जबरन कोतवाली थाना ले जाया गया। इस मामले की जानकारी जब सीएम हाउस तक पहुंची तो प्रशासन से जवाब-तलब किया गया।
हरकत में आए प्रशासन ने आनन-फानन में 17 साल से न्याय की उम्मीद में भटक रहे किसान की शिकायत को गंभीरता से लिया। इस गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार रहे पटवारी हरिदास क्षीर सागर और एक अन्य पटवारी के अलावा किसान की पत्नी सावित्री बाई एवं पुत्र राजू किराड़ के खिलाफ धारा 420 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है।
इस मामले में सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह है कि किसान की पत्नी और पुत्र ने शपथपत्र देकर तिलकचंद की मृत्यु हो जाने की झूठी जानकारी दी थी। इसके बाद पटवारी ने बिना जांच किए ही नामांतरण कर दिया था।
इस संबंध में मुलताई थाना प्रभारी सुनील लाटा ने बताया कि इस मामले में चार लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया गया है।