अखिल विश्व गायत्री परिवार के तत्वावधान में शांतिकुंज हरिद्वार के स्वर्ण जयंती कार्यक्रम के अन्तर्गत जिला जेल बैतूल में निरुद्ध बंदियों की सद्बुद्धि के लिए गायत्री मंत्र लेखन पुस्तिका का वितरण गायत्री परिवार बैतूल द्वारा किया गया। दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।
इस मौके पर शांतिकुंज प्रतिनिधि महेश ठाकुर ने बंदियों से कहा कि नियती के कारण आप जेल में जरूर हैं, लेकिन यहां गायत्री मंत्र का जाप कर अपना जीवन सार्थक बना सकते हैं। गायत्री मंत्र आपको सत्कर्म के लिए प्रेरित करते हैं। गायत्री शक्तिपीठ के ट्रस्टी रोशनलाल पटैया ने कहा कि रत्नाकर डाकू अपने को बदलकर ऋषि वाल्मीकि बन सकते हैं तो आप गायत्री मंत्र लेखन से निरन्तर अच्छे चिंतन विचार से स्वयं को परिवर्तित कर राष्ट्र के निर्माण में अपना योगदान अवश्य दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि आप युग मनीषी पण्डित श्रीराम शर्मा आचार्य जी का साहित्य पढ़कर, समझ कर और आत्मसात कर निडर होकर अपने जीवन का शुभारंभ करें।
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जिला जेल के जेलर योगेन्द्र पवार ने कहा कि गायत्री परिवार द्वारा विचार क्रान्ति के तहत यह अद्भुत कार्य किया जा रहा है, जिससे श्रेष्ठ व्यक्तित्व के साथ बंदी यहां से निकलेंगे। कार्यक्रम में गायत्री परिवार के प्रांतीय प्रतिनिधि हिरेंद्र शर्मा, ट्रस्टी विमल कुमार दुबे ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर गायत्री परिवार के श्यामसुंदर यादव, मनीष धोटे, देवेन्द्र साहू, पुरुषोत्तम पटेल, सर्वेश दीक्षित उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन युवा प्रकोष्ठ के राधेश्याम नरवरे ने एवं आभार ब्लॉक युवा समन्वयक आशीष पटैया ने व्यक्त किया।