उज्बेकिस्तान की राजधानी ताशकंद से एक खौफनाक वाकया सामने आया है। यहां के नेशनल जू में एक मां ने अपनी 3 साल की बेटी को भालू के बाड़े में फेंक दिया। यह बाड़ा या कहें खाई करीब 16 फीट गहरी थी। इसके बावजूद बच्ची बच गई। हालांकि उसे कुछ हल्की चोटें आईं हैं और अस्पताल में उसका इलाज किया जा रहा है। पुलिस ने आरोपी मां को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जाता है कि इस महिला की मानसिक हालत अच्छी नहीं है।
सोमवार की बताई जा रही घटना
घटना सोमवार की बताई जाती है। इसका वीडियो अब सामने आया है। भालू के बाड़े से कुछ दूरी पर सीसीटीवी लगे थे। इनमें यह घटना कैद हो गई। वीडियो में भालू अपने बाड़े में घूमता नजर आता है। इसी दौरान बाड़े के ऊपर स्टील ग्रिल के पास खड़ी एक महिला अचानक एक बच्ची को बाड़े में फेंकती है। भालू दौड़कर उसके पास जाता है। कुछ देर उसे सूंघता है।
कर्मचारियों ने भटकाया भालू का ध्यान
इसी दौरान जू के कर्मचारी अलर्ट हो जाते हैं और भालू को कुछ खाने का लालच देते हैं। जैसे ही भालू का ध्यान खाने की तरफ जाता है, इतने में ही बेहद फुर्ती के साथ कर्मचारी बच्ची को बांहों में उठाते हैं और उसे बाड़े से बाहर ले आते हैं।
बच्ची को आई हैं हल्की चोटें
इस भालू का नाम जूजू है और यह काफी वजनी बताया गया है। बच्ची को गिरने की वजह से हल्की चोटें और कुछ खरोंच आई हैं। उसको फौरन अस्पताल ले जाया गया। यहां उसकी हालत खतरे से बाहर है। आरोपी महिला को जू के स्टाफ ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। उस पर कत्ल की कोशिश के मामले में केस दर्ज कर लिया गया है। अगर आरोप साबित हो जाता है तो उसे 15 साल तक की सजा हो सकती है।
महिला को रोकने की भी की कोशिश
जू के कर्मचारियों ने कहा कि महिला जब बच्ची को भालू के बाड़े में फेंक रही थी तब वहां मौजूद लोगों ने उसे रोकने की भी कोशिश की थी, लेकिन वे नाकाम रहे।
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