बैतूल जिले के भैंसदेही ब्लॉक के ग्राम मालेगाव में पातरा नदी पर आखिरकार पुल निर्माण का कार्य शुरू हो गया। ग्रामवासियों एवं छत्रपति शिवाजी युवा संगठन के द्वारा इसके लिए लंबे समय से प्रयास किए जा रहे थे। ग्रामीणों ने इसके लिए धरना प्रदर्शन भी किया था। यह पुल बन जाने से ग्रामीणों को नदी पार करते समय असमय ही अपनी जान नहीं गंवाना पड़ेगा। एक करोड़ 10 लाख रुपये की लागत से इस पुल का काम हो रहा है।
मालेगांव में नदी पर पुल नहीं होने के कारण नदी में बाढ़ के समय बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता था। ग्रामवासियों के आधे से ज्यादा खेत नदी के उस पार है। इससे खेत में जाने में बहुत परेशानी होती थी। बारिश में खेत आने-जाने में पूर्व में कई ग्रामीणों की जान तक जा चुकी है। अन्य कई जरूरी कार्य भी नदी में पानी होने से अटक जाते थे या फिर उसके लिए ग्रामीणों को जान जोखिम में डालना पड़ता था।
मालेगांव के लिए थाना झल्लार पड़ता है एवं तहसील भी झल्लार हो चुकी है। ग्रामवासियों को झल्लार जाने के लिए भी 15 से 20 किलोमीटर घूम कर जाना पड़ता था। पुल बनने के बाद वह दूरी 5 से 6 किलोमीटर रह जाएगी। यही नहीं मालेगांव एवं आसपास के सभी गांवों की जिला मुख्यालय बैतूल से दूरी भी कम हो जाएगी।
इन्हीं वजहों से ग्रामीण पुल निर्माण की मांग कर रहे थे। पिछले दिनों ग्रामीणों ने इसके लिए धरना प्रदर्शन भी किया था। आखिरकार उनकी मांग पूरी हो गई और लंबे समय से किया जा रहा संघर्ष रंग लाया। ग्रामीणों ने बताया कि शासन ने यहां 1 करोड़, 10 लाख रुपये की लागत का पुल स्वीकृत कर इसका काम भी शुरू करवा दिया है।
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पुल का काम शुरू होने के अवसर पर ग्राम के भीमराव पिपरदे, डॉ. राजू महाले, लवीश महाले, आशीष महाले, विकास पिपरदे, कपिल वडूकले, राज बारस्कर आयुष पिपरदे, अंकित महाले, शिवा देशमुख, प्रतीक अडलक, कृष्णा दाभडे, अंकुश वाघमारे, यश वडूकले, डागेंद्र ठाकरे उपस्थिति रहे। इन सभी ने पुल निर्माण पर खुशी जताते हुए बेहतर गुणवत्ता के साथ जल्द से जल्द पुल निर्माण कराए जाने की अपेक्षा की है।
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