बोरगांव के जंगल में एक खाई में पत्थरों से ढंकी हुई एक ग्रामीण की लाश मिली है। ग्रामीणों और परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है। झल्लार पुलिस ने सूचना मिलने पर शव खाई से निकालकर पीएम के लिए भिजवाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
झल्लार थाना प्रभारी दीपक पाराशर ने ‘बैतूल अपडेट’ को बताया कि सिहार निवासी केजा पिता मंगलू आदिवासी (55) विगत 10 जनवरी से लापता था। सभी दूर तलाश लेने और नहीं मिलने पर दो दिन पहले 21 जनवरी को उसकी बेटी ने गुमशुदगी दर्ज कराई थी। आज सुबह बोरगांव के जंगल में शव पड़ा होने की सूचना मिली थी।
इस पर टीम मौके पर पहुंची और तलाश की। एक गहरी खाई में केजा का शव नजर आया। उसे पत्थरों से किनारों से ढंक दिया गया था। पुलिस ने परिजनों से शिनाख्त करवाने के बाद पंचनामा बनाकर शव को पीएम के लिए जिला अस्पताल भिजवाया है। परिजनों और ग्रामीणों ने हत्या की आशंका जताई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मृतक पर दर्ज थे गम्भीर अपराध
थाना प्रभारी श्री पाराशर ने बताया कि मृतक पर उसकी 2 बीवियों की हत्या के मामले दर्ज थे। हालांकि दोनों ही मामलों में अदालत से वह बरी हो चुका था। इसके अलावा तीसरी बीबी पर भी उसने कुल्हाड़ी से हमला किया था। इसके चलते वह भी उसे छोड़ कर चली गई थी।