कोविड के गिरते ग्राफ को देखकर न गिरा दें मास्क, अभी तो आना है मार्च: सारिका

  • उत्तम मालवीय, बैतूल © 9425003881
    अतीत की गलतियों और वतर्मान की चुनौतियों का विश्लेषण करके ही सुरक्षित भविष्य का निधार्रण हो सकता है। कोविड से बचाव के लिये इतिहास के बारे में कहा जाने वाला यह तथ्य सटीक सिद्ध हो सकता है। यह बात नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने कोविड जागरूकता कायर्क्रम में कही।

    सारिका ने चार्ट की मदद से बताया कि अगर हम फरवरी 2021 के समाचार पत्रों की हैडलाईन पर नजर डालें तो उस समय कोविड की विदाई के संकेत देने वाले सुखद समाचार थे। फरवरी समाप्त होते-होेते विशेषज्ञों की चेतावनी आने लगी। मार्च के पहले सप्ताह में नाईट कर्फ्यू की तैयारी तो दूसरे सप्ताह में क्वारेंटाईन करने की बात कही जाने लगी। तीसरे सप्ताह में सिनेमाघर बंद हुये तो अंतिम सप्ताह में आईसीयू बेड फुल होने के समाचार थे।

    सारिका ने कहा कि चूंकि 2022 में अधिकांश आबादी को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है, लेकिन वायरस के नये म्यूटेंट के बारे में कोई सटीक भविष्यवाणी नहीं की जा सकती है। भारतीय मौसम की परिस्थितियों में वायरस के व्यवहार को समझने के लिये मार्च का सावधानी से इंतजार करना चाहिये। इसलिये 2021 से समझें कोविड के व्यवहार को और मास्क और टीके के साथ तैयारी करें मार्च 2022 की।

  • उत्तम मालवीय

    मैं इस न्यूज वेबसाइट का ऑनर और एडिटर हूं। वर्ष 2001 से पत्रकारिता में सक्रिय हूं। सागर यूनिवर्सिटी से एमजेसी (मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री प्राप्त की है। नवभारत भोपाल से अपने करियर की शुरुआत करने के बाद दैनिक जागरण भोपाल, राज एक्सप्रेस भोपाल, नईदुनिया और जागरण समूह के समाचार पत्र 'नवदुनिया' भोपाल में वर्षों तक सेवाएं दी। अब इस न्यूज वेबसाइट "Betul Update" का संचालन कर रहा हूं। मुझे उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए प्रतिष्ठित सरोजिनी नायडू पुरस्कार प्राप्त करने का सौभाग्य भी नवदुनिया समाचार पत्र में कार्यरत रहते हुए प्राप्त हो चुका है।

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