जिले में कोरोना महामारी लगातार पांव पसार रही है। वहीं इसी बीच वर्ष का पहला वैवाहिक सीजन 22 जनवरी से शुरू हो रहा है। इसके चलते जिन घरों में वैवाहिक आयोजन हैं, उन्हें खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कोरोना के चलते लागू हुई बंदिशों के कारण कोई मेहमानों की सूची छोटी कर रहा है तो कोई मेहमान की कुल संख्या शादी, हल्दी, महिला संगीत और आशीर्वाद समारोह में विभाजित कर बुला रहा है।
हलवाई, कैटरिंग, मैरिज गॉर्डन, होटल संचालकों की माने तो जनवरी और फरवरी के दो महीने के 9 मुहूर्तों पर 95 फीसदी की बुकिंग दिसंबर में ही हो गई थी, लेकिन जनवरी में तेजी से बढ़े संक्रमितों की संख्या के चलते 15 फीसदी लोगों ने विवाह की तारीख आगे बढ़ा दी। इन शुरुआती दो महीनों में 9 मुहूर्तों पर सैकड़ों शादियां होने का अनुमान था। कुछ लोग तो शादी की नई तारीख भी निकाल रहे हैं।
अब शादियों के लिए नई तारीखों के लिए भी बुकिंग आना बंद हो गई है। ऐसे में जो लोग शादियां कर रहे हैं, उन्हें मजबूरन मेहमानों की सूची छोटी करनी पड़ रही है। कोरोना के बढ़ते मरीजों के कारण प्रशासन ने भी शादी में दोनों पक्षों के मेहमानों की संख्या 250 तय की है। ऐसे में लोग मेहमानों को शादी-सगाई और महिला संगीत में विभाजित कर अलग-अलग समय पर बुला रहे हैं। शहर के प्रतिष्ठित बिल्डर बबलू खुराना, पत्रकार सतीश साहू और नीरज साहू को भी अपने परिवार में हो रही शादी के लिए यही करना पड़ रहा है।
काजल बैंड के संचालक कृष्णा सोनारे कहते हैं कि पिछले साल के आखिर में अच्छी बुकिंग हो गई थी। इससे इस साल के लिए भी काफी उम्मीदें थीं। अब फिर वही तारीखें आगे बढ़ाई जा रही है या फिर आयोजन बहुत छोटे स्वरूप में किया जा रहा है। इससे उनका व्यवसाय एक बार फिर ठप जैसा हो गया है। तैयारियों पर जितना पैसा खर्च किया, वह भी नहीं निकला।
इन दो महीनों में इतने हैं मुहूर्त
इस साल के शुरुआती दो महीने में विवाह के 9 मुहूर्त हैं। इसमें जनवरी में 22, 23 और 25 जनवरी को तीन मुहूर्त हैं। इसके बाद फरवरी में 5, 6, 9, 10, 18 व 19 फरवरी को छह मुहूर्त हैं। इधर जो स्थिति जिले में हैं, उनमें इस दरमियान कोई छूट मिलने के दूर-दूर तक आसार नहीं हैं।