काट दिए सागौन के पेड़, कड़कड़ाती ठंड में लकड़ी की रखवाली करने किसान मजबूर

By
Last updated:
  • उत्तम मालवीय, बैतूल © 9425003881
    बैतूल जिले की मुलताई तहसील क्षेत्र के ग्राम आमाबघोली में सागौन के पेड़ों की चोरी हो रही है। शिकायत के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। वन विभाग इसे राजस्व का और राजस्व विभाग वन विभाग का मामला बता कर हाथ खड़े कर रहा है। ऐसे में कड़कड़ाती ठंड में किसान को 3 दिनों से कटी हुई लकड़ियों की रखवाली करना पड़ रहा है।

    तहसील मुलताई के ग्राम सुकाखेड़ी निवासी ज्ञान सिंह सिसोदिया का आमाबाघोली में खेत है। उसमें सागौन के पेड़ भी लगे हैं। विगत 17 जनवरी को कुछ लोगों द्वारा उनके खेत से 2 सागौन के पेड़ काट लिए गए। इसकी सूचना मिलते ही वे आमाबघोली पहुंचे। पेड़ काटे गए थे पर आरोपी लकड़ी नहीं ले जा पाए थे। श्री सिसोदिया ने बताया कि उन्होंने तत्काल इसकी सूचना पुलिस के अलावा राजस्व और वन विभाग को दी पर आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। वन विभाग का कहना है कि यह राजस्व विभाग का मामला है जबकि राजस्व विभाग का कहना है कि कार्यवाही वन विभाग करेगा।

    ऐसे में खेत में पड़ी सागौन की लकड़ियों की सुरक्षा कड़कड़ाती ठंड में भी वहां रहकर करने को किसान मजबूर है। श्री सिसोदिया के अनुसार उन्होंने 3 लोगों के खिलाफ नामजद शिकायत की है। इसके बावजूद कोई कार्यवाही नहीं होने से उनकी परेशानियां ही बढ़ रही है। उन्होंने बताया कि विगत 4 साल से उनके खेत में इस तरह की हरकतें अज्ञात लोगों द्वारा की जा रही है। जिसकी सूचना वो संबंधित विभाग को देते रहे हैं। उन्होंने बताया कि आरोपी प्रतिबंधित कटर से चंद पलों में ही पेड़ को जमींदोज कर देते हैं।

    आज के कृषि उपज मंडी बैतूल के भाव (दिनांक 19 जनवरी, 2022)

  • उत्तम मालवीय

    मैं इस न्यूज वेबसाइट का ऑनर और एडिटर हूं। वर्ष 2001 से पत्रकारिता में सक्रिय हूं। सागर यूनिवर्सिटी से एमजेसी (मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री प्राप्त की है। नवभारत भोपाल से अपने करियर की शुरुआत करने के बाद दैनिक जागरण भोपाल, राज एक्सप्रेस भोपाल, नईदुनिया और जागरण समूह के समाचार पत्र 'नवदुनिया' भोपाल में वर्षों तक सेवाएं दी। अब इस न्यूज वेबसाइट "Betul Update" का संचालन कर रहा हूं। मुझे उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए प्रतिष्ठित सरोजिनी नायडू पुरस्कार प्राप्त करने का सौभाग्य भी नवदुनिया समाचार पत्र में कार्यरत रहते हुए प्राप्त हो चुका है।

    For Feedback - feedback@example.com

    Related News

    Leave a Comment