karva chauth 2022 : करवाचौथ के पहले ही जानें, कब होगा आपके शहर में चांद का दीदार, नहीं करना होगा बेवजह का इंतजार

karva chauth 2022 : गुरुवार को देश भर में करवा चौथ का पर्व मनाया जाएगा। सुहागिन महिलाएं इसे सबसे बड़ा त्योहार और वृत मानती हैं।इस दिन पूरे दिन भर वे निर्जला व्रत रखती हैं। इसके बाद शाम होते ही चांद दिखने का बेसब्री से इंतजार करती हैं। उद्देश्य यही रहता है कि आसमानी चांद देखने के बाद अपने ‘चांद’ का दीदार करें और अपना व्रत छोड़ें, दिन भर की पूजा, अर्चना और अनुष्ठान को पूर्ण करें।

इन्हीं सब कारणों से करवा चौथ के चांद को दिखने का समय आपके घर आंगन के लिये क्या होगा, यह उत्सुकता का प्रश्न रहता है। इसके लिये आम तौर पर पंचांग, सोशल मीडिया और इंटरनेट की मदद ली जाती है। हालांकि इन सबसे उलट इनका सहारा लिए बगैर भी आसानी से करवा चौथ के चांद के दिखने का समय ज्ञात किया जा सकता है। इस विधि से एक दिन पहले ही चांद के नजर आने का समय जाना जा सकता है।

नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने चांद के खगोल विज्ञान की जानकारी देते हुये बताया कि सोशल मीडिया में चांद के उदित होने का समय किसी एक खास शहर के लिये होता है। चांद के उदित होने तथा उसके आपकी आखों के सामने आने में भी समय लगता है। लेकिन, आप एक छोटे से गणित के द्वारा जान सकती हैं कि चांद के कब होंगे दीदार और आपके आंगन में चांद कब नजर आएगा।

सारिका ने बताया कि इसके लिये बुधवार 12 अक्टूबर को आपको यह देखना होगा कि पूर्व दिशा में उदित होने के बाद चंद्रमा को आप अपने घर, आंगन या छत से कितने बजे देख पा रही हैं। आपके घर के सामने किसी इमारत, पेड़ आदि होने के कारण क्षितिज से उपर आते चंद्रमा को उदित होने के कुछ समय बीतने के बाद ही देख पायेंगी। आप इस समय में 41 मिनिट को जोड़ दीजिये। ये आपके अपने चंद्रमा को देख पाने का सटीक समय होगा।

अगर आपने बुधवार को शाम 7 बजकर 50 मिनिट पर चंद्रमा को देखा तो गुरूवार को करवा चौथ पर आप 8 बजकर 31 मिनिट पर आपका चांद आपकी आंखों के सामने होगा। इस प्रकार आप अपने घर के लिये चांद दिखने का सही समय आज ही मालूम कर पायेंगी।

इसके पीछे होता है यह खगोल विज्ञान

सारिका ने इसके खगोल विज्ञान के बारे में जानकारी दी कि चंद्रमा, पृथ्वी की परिक्रमा करते हुये प्रतिदिन आगे बढ़ता जाता है। उसकी सीध तक आपके शहर को आने में प्रतिदिन लगभग 40 मिनिट अधिक लगते हैं। इस कारण यह पिछले दिन की तुलना में लगभग 40 मिनिट बाद उदित होता है। इसलिए पूजन सामग्री की तैयारी के साथ इस विधि से चांद के आगमन का सही समय भी एक दिन पहले ही मालूम कर लीजिये।

उत्तम मालवीय

मैं इस न्यूज वेबसाइट का ऑनर और एडिटर हूं। वर्ष 2001 से पत्रकारिता में सक्रिय हूं। सागर यूनिवर्सिटी से एमजेसी (मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री प्राप्त की है। नवभारत भोपाल से अपने करियर की शुरुआत करने के बाद दैनिक जागरण भोपाल, राज एक्सप्रेस भोपाल, नईदुनिया और जागरण समूह के समाचार पत्र 'नवदुनिया' भोपाल में वर्षों तक सेवाएं दी। अब इस न्यूज वेबसाइट "Betul Update" का संचालन कर रहा हूं। मुझे उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए प्रतिष्ठित सरोजिनी नायडू पुरस्कार प्राप्त करने का सौभाग्य भी नवदुनिया समाचार पत्र में कार्यरत रहते हुए प्राप्त हो चुका है।

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