स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 की तैयारियों का जायजा लेने बैतूल पहुंचे नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के कमिश्रर निकुंज श्रीवास्तव से बैतूल नगर पालिका की पहली महिला ब्रांड एम्बेसडर नेहा गर्ग ने भेंट की। इस दौरान श्री श्रीवास्तव ने बैतूल शहर को सुंदर बनाने के लिए श्रीमती गर्ग के द्वारा कबाड़ से जुगाड़ कर बनाई गई कलाकृतियों को देखने के बाद उनके कार्यों की मुक्त कंठ से सराहना की।
कबाड़ का बेहतर उपयोग करने को लेकर श्री श्रीवास्तव ने उनसे पूछा कि आपके मन में यह विचार कैसे आया? इस पर श्रीमती गर्ग ने उन्हें बताया कि उन्हें बचपन से ही शौक है। बैतूल में शादी के बाद इस कार्य को और आगे बढ़ाया। पहले घर में निकलने वाले वेस्ट मटेरियल का उपयोग करते हुए गणेश प्रतिमाओं का निर्माण किया। इसके अलावा गणेश जी की तीन सौ से अधिक ऐसे प्रतिमाएं बनाईं जो कि अलग-अलग मुद्राओं में थीं।
श्रीमती गर्ग ने कमिश्रर को बताया कि उनके द्वारा बनाई गई गणेश जी की कलाकृतियों को भारत सरकार द्वारा चयनित कर दुबई इंटरनेशनल फेस्टिवल में भेजा गया था। इसके अलावा उनको मध्यप्रदेश के प्रसिद्ध ग्वालियर मेले एवं राष्ट्रीय वन मेले भोपाल में भी इन कृलाकृतियों की प्रदर्शनी लगाई गई थी। जिसे काफी सराहा गया था।
इन्हीं सब को लेकर मन में विचार आया कि अपने शहर को कैसे सुंदर बनाया जा सकता है। इसी को लेकर कबाड़ से जुगाड़ कर इन सामग्रियों का बेहतरीन तरीके से उपयोग करते हुए चिड़ियां, शेर, हाथी, डाल्फिन, ईगल, पेड़ की विशाल जड़ को दिया सुंदर रूप देने का कार्य किया।
कलाकृतियों पर हो कलाकार का नाम: श्रीवास्तव
श्रीमती गर्ग से चर्चा के दौरान श्री श्रीवास्तव ने उनके द्वारा निर्मित कलाकृतियों की सराहना करते हुए सुझाव दिया कि इन कलाकृतियों के स्थान पर कलाकार का परिचय भी होना चाहिए। जिससे लोगों को यह पता चल सके कि यह कलाकृति किसने बनाई है। और इसमें क्या-क्या सामग्री लगी है। श्री श्रीवास्तव ने इंदौर का उदाहरण देते हुए कहा कि इंदौर में नागरिक खुद स्वच्छता को प्राथमिकता मानते हुए शहर को साफ-सुथरा रखने में सहयोग करते हैं और आज इंदौर का नाम पूरे देश में होता है।
इसी तर्ज पर बैतूल को यदि हमें स्वच्छता रैकिंग में टॉप पर लाना तो स्वच्छता को अपनाने जन आंदोलन बनाना होगा। हर वार्ड में स्वच्छता दूत, स्वच्छता प्रहरी बनाने के साथ ही उन्हें सक्रिय रूप से कार्य कराने की जरूरत है। इस मौके पर बैतूल नगर पालिका सीएमओ अक्षत बुंदेला और ईई महेशचंद्र अग्रवाल भी मौजूद थे।