राज्य शिक्षा केन्द्र ने निःशुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम, 2009 में भारत सरकार द्वारा किए गए संशोधन के अनुक्रम में राज्य शासन द्वारा वर्तमान अकादमिक सत्र 2021-22 से कक्षा 5 एवं 8 की वार्षिक परीक्षा के लिए समय सारणी घोषित कर दी है। इसके तहत दोनों ही कक्षाओं की वार्षिक परीक्षा एक अप्रैल से होगी।
परीक्षा के लिए राज्य शिक्षा केन्द्र के संचालक धनराजू एस. ने आवश्यक निर्देश जारी कर दिए हैं। जारी निर्देशों के अनुसार कक्षा 5 एवं 8 की वार्षिक परीक्षा 1 अप्रैल से 9 अप्रैल 2022 की अवधि में आयोजित की जाएगी। इसे बोर्ड परीक्षा नहीं कहा जाएगा।
यह परीक्षा राज्य शिक्षा केन्द्र के निर्देशानुसार जिला शिक्षा अधिकारी के नेतृत्व में संपादित कराई जाएगी। परीक्षा में बैठने वाला कोई बालक परीक्षा में उत्तीर्ण घोषित किया जाएगा, यदि वह सभी विषयों में राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा विनिश्चित किए गए अंक या ग्रेड प्राप्त करता है।
पुनः परीक्षा का आयोजन
● परीक्षा में बैठने वाला कोई बालक यदि राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा विनिश्चित किए गए अंक या ग्रेड सभी विषयों में प्राप्त नहीं कर पाता है तो उस बालक को विद्यालय द्वारा अतिरिक्त शिक्षण दिया जाएगा और परीक्षा परिणाम घोषित होने की तारीख से दो माह की कालावधि के भीतर उसे उन विषयों में पुनः परीक्षा का अवसर प्रदान किया जाएगा।
● पुनः परीक्षा के मूल्यांकन के उपरांत भी यदि बालक सभी विषयों में अथवा किसी भी विषय में अर्हताकारी अंक/ग्रेड प्राप्त करने में सफल नहीं होता है तो ऐसे बालक को उसकी अध्ययनरत कक्षा में ही वापस रोका जायेगा। अनुत्तीर्ण बालक को कक्षोन्नति प्रदान नहीं की जाएगी।
● स्कूल में प्रारंभिक शिक्षा पूर्ण होने तक किसी बच्चे को स्कूल से निष्कासित नहीं किया जाएगा।
ऐसी होगी प्रश्न पत्रों की रूपरेखा
कक्षा 5 व 8 हेतु प्रश्न पत्र का स्वरूप, प्रश्न पत्र सह उत्तर पुस्तिका का होगा। प्रश्न पत्र व परीक्षा की अन्य सामग्री की सॉफ्ट कापी राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा जिला परियोजना समन्वयक को प्रेषित की जाएगी। जिला परियोजना समन्वयक द्वारा परीक्षा सामग्री का मुद्रण कराया जाएगा और परीक्षा संबंधी समस्त सामग्री जिला शिक्षा अधिकारी/सहायक आयुक्त, आदिवासी विकास को उपलब्ध कराई जाएगी।
ऐसे होगा उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन
● विकासखण्ड अंतर्गत अन्य संकुल केन्द्र को मूल्यांकन केन्द्र बनाया जाएगा। संबंधित विद्यालय के प्राचार्य मूल्यांकन केन्द्राध्यक्ष रहेंगे।
● उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन बच्चे की अध्ययनरत शाला के शिक्षकों द्वारा नहीं किया जाएगा। कक्षा 5 व 8 में प्रत्येक विषय का पूर्णांक 100 होगा, जिसमें 60 अंक का लिखित प्रश्नपत्र एवं 40 अंक का होमबेस्ड प्रोजेक्ट कार्य होगा।
● बच्चे को वार्षिक परीक्षा में सम्मिलित प्रत्येक विषय में 33 प्रतिशत अंक प्राप्त करना आवश्यक होगा। प्रत्येक विषय की लिखित (बाह्य परीक्षा) एवं प्रोजेक्ट (आंतरिक परीक्षा) में पृथक-पृथक 33 प्रतिशत अंक प्राप्त करना आवश्यक होगा।
● मूल्यांकन उपरांत वार्षिक परिणाम परीक्षाफल पत्रक का अनुमोदन मूल्यांकन केन्द्र प्राचार्य एवं जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा कराने के उपरांत ही परीक्षाफल घोषित किया जाएगा।
अशासकीय अनुदान प्राप्त तथा गैर अनुदान प्राप्त शालाओं में ऐसे होगी परीक्षा
● अशासकीय शालाओं में अध्ययनरत कक्षा 5 व 8 के विद्यार्थियों के लिए भी उपरोक्त आर.टी. ई. संशोधन अनुसार विनिर्दिष्ट कार्यवाही लागू होगी। अशासकीय शालाओं में वार्षिक परीक्षा एवं पुनः परीक्षा का आयोजन एवं प्रबंधन अशासकीय विद्यालय की प्रबंधन समिति द्वारा किया जाएगा।
● अशासकीय विद्यालयों में 5 वीं व 8 वीं की वार्षिक परीक्षा उपरात रिजल्ट शीट का अनुमोदन संकुल केन्द्र प्राचार्य एवं ब्लॉक शिक्षा अधिकारी द्वारा सत्यापन के उपरांत 22 अप्रैल 2022 को परीक्षाफल घोषित किया जाएगा तथा यही व्यवस्था पुनः परीक्षा में भी लागू होगी।
पाठ्यक्रम का 40 फीसद हिस्सा प्रोजेक्ट वर्क में
कक्षा 1 से 8 के पाठ्यक्रम को पूर्ण पुनर्वियोजित कर 60% लिखित और 40% प्रोजेक्ट वर्क में विभाजित किया गया है। इसी पुनर्वियोजित पाठ्यक्रम के आधार पर मूल्यांकन प्रक्रिया निर्धारित की जाएगी।