• नवील वर्मा, शाहपुर
गणेशोत्सव को लेकर बाजार में भगवान गणपति जी की मिट्टी की प्रतिमाएं तैयार की जा रही हैं। छोटी मूर्तियां बनकर तैयार हैं। वहीं बड़ी मूर्तियों को तैयार किया जा रहा है। इस बार गणेशोत्सव में मूर्तिकारों को अच्छे कारोबार की उम्मीद जगी है। मूर्तिकार भगवान गणेश की प्रतिमा को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैंl
गणेशोत्सव में 11 दिनों तक भगवान गणेश की पूजा होगी। जगह-जगह पंडाल बनाए जाएंगे। जिसमें गणपति बप्पा की मूर्तियों को स्थापित किया जाएगा। मूर्तिकार और कारीगर गणेश प्रतिमा को बनाने के काम में जुट गए हैं। छोटी मूर्तियों की सजावट का काम भी जोर शोर से चल रहा है। प्रशासन की ओर से कोरोना को लेकर इस बार गणेश पूजा से जुड़ी कोई भी गाइडलाइन जारी नहीं हुई है।
दिखेगा महंगाई का असर
इस बार गणपति पूजा पर महंगाई का असर दिखेगा। सारणी के राजेंद्र नगर में निवास करने वाले मूर्तिकार भैयालाल प्रजापति ने बताया कि वे 1980 से मिट्टी से बनी प्रतिमाओं का निर्माण कर रहे हैं। हर साल की तरह इस साल भी भगवान गणेश जी की मूर्ति को बनाने का काम 2 महीने पहले शुरू किया गया था।
छोटी मूर्तियां हो गईं तैयार
गणेश जी की छोटी मूर्तियों का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। अब बड़ी मूर्तियों का निर्माण कार्य किया जा रहा है। इस साल मूर्तियों को बनाने में लगने वाले कच्चे सामान जैसे मिट्टी, लकड़ी, बांस और कलर के दाम बढ़ने के कारण मूर्ति के भी दाम में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। साथ ही इस बार कोरोना का असर कम होने के कारण बाजार में छोटी से लेकर बड़ी गणेश जी की प्रतिमाएं देखने को मिलेंगी।