उत्तर वन मंडल के अंतर्गत आने वाली बैतूल रेंज का घुग्गी चोपना गांव मंगलवार को किसी छावनी की तरह नजर आ रहा था। यहां एक साथ पुलिस और फॉरेस्ट के दर्जनों जवान अधिकारियों की अगुवाई में पहुंच गए। इन जवानों ने यहां पूरे गांव में फ्लैग मार्च किया। एक साथ इतने जवानों को देखकर ग्रामीण भी डर गए कि पता नहीं अब क्या हो गया, लेकिन थोड़ी ही देर में उनका ना केवल डर निकल गया बल्कि हकीकत भी उनके सामने आ गई। इसके बाद सभी ने राहत की सांस ली।
दरअसल, वन विभाग, पुलिस विभाग व राजस्व विभाग की संयुक्त टीम यहां वन्य प्राणियों के संरक्षण हेतु ग्रामीणों को समझाइश देने पहुंची थी। बैतूल रेंजर विकास सेठ ने बताया कि कुछ दिन पूर्व घुग्गी चोपना फाइव के कुछ लोगों ने वन्य प्राणी सांभर का शिकार कर लिया था। मुखबिर की सूचना पर उन्हें पकड़कर उन्हें न्यायालय में पेश किया गया। आरोपियों की तलाश हेतु वन अमला ग्राम घुग्गी चोपना में गया था तो ग्रामीणों द्वारा वन कर्मचारियों पर हमला किया गया था।
इसको देखते हुए यहां पर फ्लैग मार्च निकाला गया और ग्रामीणों को वन्य प्राणियों के संरक्षण के संबंध में समझाइश भी दी गई। परिक्षेत्र अधिकारी ने ग्रामीणों से अपील की है कि शेष आरोपियों को शीघ्र वन विभाग को सूचना देकर उनको पकड़वाने में वन विभाग की मदद करें व वन्य प्राणियों की रक्षा करें। ग्रामीणों को वन संरक्षण वन्य प्राणी संरक्षण अवैध शिकार की रोकथाम हेतु समझाइश भी दी गई। फ्लैग मार्च में वन परिक्षेत्र अधिकारी विकास सेठ, नायब तहसीलदार घोड़ाडोंगरी वीरेंद्र उईके, थाना प्रभारी नन्हे वीर सिंह सहित पुलिस व फॉरेस्ट के जवान शामिल हुए।
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