बैतूल विधायक निलय विनोद डागा सोमवार को बैतूल विधानसभा क्षेत्र के ग्राम ठानी, गुजरमाल, गुनखेड़ पहुंचेंगे। इस दौरान विधायक श्री राम मंदिर निर्माण अभियान के साथ ही इन ग्रामों में जनसुनवाई कार्यक्रम आयोजित कर ग्रामीणों की समस्याओं से रूबरू होंगे।
विधायक के दौरा कार्यक्रम की जानकारी देते हुए क्षेत्र के विधायक प्रतिनिधि कमल पटेल व ब्लॉक अध्यक्ष महेंद्र पंडोले ने बताया कि विधायक श्री डागा दोपहर 2 बजे ग्राम ठानी, 3 बजे गुजरमाल व 4 बजे गुनखेड़ पहुंचेंगे। इस दौरान वह आमजन की समस्याओं को जानने के साथ ही निराकरण का प्रयास करेंगे।
राम मंदिर निर्माण सहभागिता अभियान के प्रकाश कनाठे ने बताया कि कांग्रेस विधायक सहभागिता अभियान के साथ जनसुनवाई कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं, इससे वर्षों पुरानी लंबित समस्याएं सामने आ रही है। विधायक के दौरे को लेकर ग्रामीण भी काफी उत्साहित है।
जनसुनवाई कार्यक्रम के दौरान ग्रामीण क्षेत्रीय समस्याओं से विधायक को अवगत करवा रहे हैं। विधायक के दौरा कार्यक्रम को लेकर ग्रामीण भी काफी आशान्वित नजर आ रहे हैं। ग्रामीण इस बात से संतुष्ट है कि चलो कोई तो जनप्रतिनिधि उनके बीच पहुंचकर उनकी समस्याएं सुन रहा है।
जल परियोजनाओं की स्वीकृति के लिए विभागीय मंत्री को लिखा पत्र
विधायक निलय विनोद डागा ने जल परियोजनाओं की स्वीकृति के लिए विभागीय मंत्री तुलसी सिलावट को पत्र लिखकर आठनेर विकासखंड के अंतर्गत आने वाली नदियों पर डैम की स्वीकृति करने का आग्रह किया है। विधायक श्री डागा ने बैतूल विधानसभा के आठनेर विकासखंड के अंतर्गत खुड्डादेव स्टोरेज जलाशय, मजरे घोघरा जलाशय, बरखेड़ स्टोरेज, खैरबन नदी खापा पर जलाशय, घोड़ांगा स्टोरेज, खैरी स्टोरेज की स्वीकृति के लिए कार्यपालन यंत्री मुलताई को भी पत्र लिखा है। जल संसाधन मंत्री व कार्यपालन यंत्री उन्होंने पत्र के माध्यम से अवगत कराते हुए कहा है कि इन क्षेत्रों में डैम निर्माण होने से क्षेत्र के हजारों किसानों को इसका लाभ मिलेगा।
गर्मियों में भी मिलेगा पानी का लाभ: कांग्रेस विधायक का कहना है कि इन गांवों में बहने वाली छोटी नदियों का पानी बेवजह बह जाता है, स्टॉप डैम के निर्माण होने के बाद पानी जमा होगा और गर्मियों में भी पानी का लाभ मिलेगा। किसान अपनी फसलों के उपज के लिए स्टॉपडैम से पानी ले सकते हैं।
खेतों में सिंचाई के लिए होगी आसानी: किसानों ने बताया कि स्टॉपडैम निर्माण होने से खेतों में पानी की सिंचाई के लिए आसानी होगी, वहीं स्टॉपडैम के निर्माण से पानी के कमी के समय पम्प के सहारे सिंचाई के लिए उपयोग किया जा सकेगा और आसपास के वॉटर लेबल में भी बढ़ोतरी होगी।