▪️दीनू पवार, साईंखेड़ा
जिले के ग्रामीण अंचलों में स्थित सरकारी स्कूलों से शिक्षकों के गायब रहने और मनमर्जी से ड्यूटी को लेकर स्वयं जिला कलेक्टर तक सख्त नाराजगी व्यक्त कर चुके हैं। इसके बावजूद शिक्षकों का न रवैया बदल रहा है और ना ही वे नियमानुसार अपनी ड्यूटी कर रहे हैं। यही नजारा मंगलवार कोग्राम खेड़ीकोर्ट के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में देखा गया। जनप्रतिनिधि और ग्रामीण जब स्कूल पहुंचे तो आधे शिक्षक स्कूल से नदारद थे। उन्होंने इसका पंचनामा बनाया है। मामले की शिकायत भी की जाएगी।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक ग्राम खेड़ीकोर्ट के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में मंगलवार को ग्राम पंचायत की सरपंच सुनीता, उप सरपंच पूजा, अश्विन पांसे, मोनू करोले पटेल, अविनाश खंडाग्रे, सुनील गायकवाड़, राजू पंडाग्रे, उमेश गायकवाड़, अनिल गायकवाड़ , गजेंद्र गायकवाड़, गिरीश देशमुख समेत अन्य ग्रामीण निरीक्षण करने पहुँचे। इस दौरान उन्होंने देखा स्कूल में पदस्थ 10 शिक्षकों में से 5 शिक्षक ही विद्यालय पहुँचे। शेष 5 शिक्षक स्कूल से नदारद थे। जिसके कारण बच्चों की पढ़ाई में बाधा हो रही थी।
इस बात को लेकर ग्रामीणों ने स्कूल से नदारद रहे शिक्षकों का पंचनामा बनाया। साथ ही संस्था के प्रभारी से शिकायत की। वे शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों से भी मुलाकात कर शिक्षकों पर ध्यान देने व शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाने की मांग करेंगे। स्कूल भवन की मरम्मत की मांग भी की जाएगी।
अतिवृष्टि के कारण ख़राब फसलों का किया जा रहा सर्वे
अतिवृष्टि से सोयाबीन, मक्का सहित अन्य फसलों को काफी नुकसान हुआ है। महंगा बीज लेकर किसानों ने बुवाई की। खाद एवं दवाई पर राशि खर्च की और जब फसल फूल पर आई तो अतिवृष्टि की मार से फसल बर्बाद हो गई। जिन किसानों की फसल खराब हो गई है, वे खराब फसल के मुआवजे की माँग शासन-प्रशासन से कर रहे हैं।
खराब फसलों को लेकर उन्होंने उनके खेतों में सर्वे कर सरकार से उन्हें उचित मुआवजा दिलाने की माँग पटवारी से की। इस पर खेड़ीकोर्ट पटवारी ने सोयाबीन फसल क्षति का सर्वे का कार्य कृषि विस्तार अधिकारी के साथ प्रारम्भ कर दिया है। खेड़ीकोर्ट पटवारी धीरेन्द्र रघुवंशी व ग्राम के अश्विन पांसे द्वारा मिली जानकारी अनुसार खेड़ीकोर्ट क्षेत्र में खराब हुई फसल का सर्वे प्रारम्भ हो चुका है। सर्वे में जिन किसानों की फसल ख राब हुई है, उनकी फसलों का सर्वे कर रिपोर्ट तैयार की जा रही है।
फसल क्षति सर्वे के दौरान खेतों में कृषि विस्तार अधिकारी रेणुका खातरकर, पटवारी धीरेन्द्र रघुवंशी, ग्राम के अश्विन पांसे, मोनू करोले समेत अन्य किसान मौजूद रहे।